विभाग में दो सुसज्जिक कार्यशालायें, साथ में आवश्यक टूल, संयंत्र, मशीन हैं । एक चर्म विभाग है जो पुनर्स्थापन संयंत्र एवं यंत्र निर्माण कर अक्षमों की सेवा में उपलब्ध कराते हैं, एवं प्रोस्थेटिक तथा आर्थोटिक पाठ्यक्रम के छात्रों को प्रशिक्षण उपलब्ध कराते हैं ।
पुनर्स्थापन सहायक एवं संयंत्र का फिटमेंट :
शारीरिक अक्षमता से व्यक्ति समाज में उत्पादन कार्य करने में सीमित हो जाता है । अक्षमता के रूप के कारण व्यक्ति की स्वचालित गतिविधि सीमित हो जाती है । चलना मानव में सबसे अधिक सामान्य चलन पद्धति है, आदमी की अपनी इच्छानुसार चलना सबसे बडी चाहत होती है । प्रोस्थेटिक एवं आस्थोटिक संयंत्र एवं अन्य पुनर्स्थापन सहायक भिन्नक्षमों को सक्षमों के स्तर तक पहँचाने में सहायक होते हैं । विभाग में सुसज्ज प्रोस्थेटिक्स एवं आर्थोटिक्स कार्यशाला है, तत्संबंधी विशेषज्ञ हैं जो भिन्नक्षमों के लिए आवश्यक एवं उचित प्रोस्थोटिक्स तथा आर्थोटिक्स संयंत्र की डिजाइन बनाते एवं निर्माण करते हैं।
प्रोस्थोठिटक संयंत्र :
निम्न पेशी प्रोस्थोसिस : - एंपूटेड पेशी के प्रोस्थोटिक संयंत्र (आर्टिफिशल पेशी) की खोयी पेशी के कार्यकारी एवं कास्मेटिक स्थानापन्न होते हैं । जो एंपूटी अपनी निम्न पेशी सो चुका होता है, चलने के लिए नकली पेशी लगा सकता है । यह विभाग अंशिक फुटनी का निर्माण एवं फिट करता है, साइम्स प्रोस्थोटिस, बीके प्रोस्थोसिस, थ्रोनी प्रोस्थोसिस, हिप डिसर्टिकुलेशन प्रोस्थोसिस एवं एक्सटेन्सन प्रोस्थोसिस तथा विभन्न एंपुटेशन से विभिन्न स्तर की अक्षमता के लोगों हेतु फिटमेंट करता है ।
अपर लिंब प्रोस्थेसिस :
अपर लिंब प्रोस्थेसिस का निर्माण एवं डिजाइन पकडन एवं कास्मेटिक दृश्य के लिए किया जाता है । विभिन्न संयंत्रों में आंशिक हस्त प्रोस्थेसिस, कापोंमेटाकार्पल प्रोस्थेसिस, कलाई डिसार्टिकुलेशन प्रोस्थेसिस, बीएफ प्रोस्थेसिस, एई प्रोस्थेसिस, बांह विचलन आर्थेसिस आदि हैं ।
आर्थोटिक संयंत्र :
विभिन्न आर्थोटिक एवं न्यूरोमस्कुलर विअंगताओं के इलाज में प्रायः आर्थोटिक संयंत्रों का व्यवहार होता है । जैसे लोअर लिंब, अपर लिंब एवं स्पाइन की कंजीनीटल विभंगता । उनका व्यवहार विभंगता ठीक करने, सही को स्थिर बनाने एवं देह के अस्थिर भाग को सहायता हेतु होता है । विभिन्न लोअर लिंब आर्थोसिस में फूट आर्थोसिस, एंकल फूट आर्थोसिस, घुटना आर्थोसिस, नी एंकल फूट आर्थोसिस, हिप आर्थोसिस, ह्पिनी एंकल फूट आर्थोसिस आदि । अपर लिंब आर्थोसिस में हैं : रिस्ट हैंड आर्थोसिस, एलबो आर्थोसिस, एलबोप हैंड आर्थोसिस आदि । स्पाइनल आर्थोसिस में सेक्रोलेक बेल्ट, लंबो सेक्रेलबेल्ट, लंबो -सेक्रेल कोर्सेट एवं थोरेको - लंबोसेक्रेल आर्थोसिस (पीपी) भी उपलब्ध कराये जाते हैं ।
कैंप एवं दूर पहुँच कार्यक्रम :
ग्रामीण आदिवासी एवं दूर देहात इलाकों के भिन्नक्षमों को पुनर्स्थापन सेवायें उपलब्ध कराने हेतु जिला अधिकारियों, एवं एन जी ओ की मदद से ओडिशा सहित देश के विभिन्न क्षेत्रों में उपकरण एवं संयंत्र उपलब्ध कराने पुनर्स्थापन कैंप लागाये जाते हैं ।
i) आकलन कैंप :
पहले फेज में विभिन्न सहायकों एवं संयंत्रों की आवश्यकताओं के लिए भिन्नक्षणों का आकलन एवं मूल्यांकन करने आकलन कैंप लगाते हैं । विशेष कैंप के लिए उपकरण और संयंत्रों की सही संख्या का पता लगाया जाता है । आवश्यक संख्यक सहायक एवं संयंत्र उपलब्ध करने के बाद भिन्नक्षमों में वितरित किये जाते हैं ।
ii) आकलन सह वितरण कैंप :
आकलन सह वितरण कैंप भिन्नक्षणों की जरूरतों का आकलन कर वितरण करने किये जाते हैं । अगर पीडब्लूडी की संख्या आदि से बाढ जाती है, परवर्ती पुनर्स्थापन कैंप में संयंत्रादि उपलब्ध कराये जाते हैं ।
iii) पुनर्स्थापन कैंप :
योजनाबद्ध प्रकार से ये कैंप आयोजित होते हैं । पूर्व आकलन कैंप की सूची के अनुसार इस कैंप में यंत्रादि सहायक सामग्री वितरित होती है ।