* पीडब्लूडी के प्रवेश से डिस्चार्ज होने तक पुनर्स्थापन दल का सक्रिय सदस्य के रूप में काम करना ।
* चलअक्षमता वाले लोगों एवं परिवार की सामाजिक आर्थिक आकलन ।
* पीडब्लूडी के एसएचजी के प्रशिक्षण, स्वरोगार, प्लेसमेंट प्रोत्साहन सहित सामाजिक, शैक्षिक, वोकेशनल, णिक्रियेशनल सेवाओं की व्यवस्था/ लिंकेज करना ।
* जन सचेतनता, शिक्षा, प्रशिक्षण एवं विभिन्न आपरेशनल स्तर पर ओरियेंटेशन, कांफ्रेंश एवं कार्यशाला आदि ।
* भिन्नक्षमों एवं उनके परिवारों के लिए प्रशिक्षण एवं शिक्षण कार्यक्रम आयोजित/ भाग लेना ।
* सचेतनता किट, सामग्री, पोस्टर, लीफलेट, पुस्तिका, साहित्य, टीवी स्पाट का निर्माण ।
* भिन्न क्षणों के संपूर्ण पुनर्स्थापन हेतु एनजीओ/जीओके कार्यक्रम लागू करने उनसे लियासन करना, याने शिक्षा, वोकेशनल प्रशिक्षण, स्वरोजगार, प्लेसमेंट, रेफरल एवं विस्तार सेवायें ।
* एनएचएफडीसी का नोडल अधिकारी रूप में कार्य करना
वोकेशनल ट्रेनिंग केंद्र (वी.टी.सी) :
भिन्नक्षमों के लिए पुनर्स्थापन कार्य सफल न होगा जब तक कि वे आर्थिक रूप में स्वतंत्र एवं सामाजिक स्वीकार्य नहीं होते । वोकेशनल प्रशिक्षण केंद्र निरतार की इकाई के रूप में बिना मंजूरीकृत मेनपावर एवं आधारभूमि के 1903 में लघु आकार में शुरू किया गया ।
विभिन्न ट्रेड में :
जो भिन्नक्षम प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जाये ताकि वे सामाजिक आर्थिक दृष्टि से नये वातावरण में ढाल सकें । प्राइम मिनिस्टर नेशनल स्किल डेवलपमेंट (पी.एम.एन.सी.एस.डी), समाज कार्य विभाग ने और अधिक आवश्यकता आधारित तथा संभव प्रशिक्षण प्रारंभ किये हैं ताकि भिन्नक्षणशें को सुधरे कौशल, लाभप्रद रोजगार की जानकारी एवं सुन्दर जीवन हेतु आर्थिक समर्थन संभव हो ।
लक्ष्य :
* पी डब्लू डी के लिए वोकेशनल प्रशिक्षण माडूल विकास का केंद्र बने ।
* आत्मविश्वास, स्वतः की गई गतिविधियों एवं अपनी अवशिष्ट क्षमताओं पर उनके उपयोगिता तथा आवश्यकता पर सचेतनता जागृत करने का लक्ष्य रखें ।
* रोजगार की संभावना बढाने कौशल और ज्ञान बढाने के लिए प्रशिक्षण सुविधायें उपलब्ध कराना ।
* स्वरोजगार/नौकरी हेतु उत्साहित करना ।
* प्लेसमेंट सेवाओं के लिए मार्गदर्शन ।
* आवश्यक व्यक्तित्व विकास हेतु काउंसेलिंग एवं मार्गदर्शन दे कर सहायक सेवायें उपलब्ध करना ।
* पी डब्लू डी के पुर्स्थापन हेतु नौकरी प्रदाताओं एवं समाज में सचेतनता एवं जिम्मेदारी का भाव जगाना ।
पी डब्लू डी को कौशल प्रशिक्षण : जारी प्ररीक्षण
* अप्लीक एवं एंब्रायडरी काम
* स्क्रीन प्रिंटिंग
* मोबाइल रिपेयरिंग
* ब्यूटी कल्चर - शीघ्र कार्यवाही होगा
* एनजीओ भागीदारी - कौशल प्रशिक्षण, स्वरोजगार/शेल्टर्ड कार्यशाला
* माइक्रो फाइनेंस एवं एसएचजी प्रोमोशन (SIDR,MVSN , NHFDL के सहयोग में)
* स्वरोजगार/ नौकरी प्रोमोशन (NHFDC, DRI, KVIB, DIC के सहयोग में)
डाल्स हाउस :
मस्तिष्क घात, आटिजम एवं अन्य चलन भिन्नक्षभ शिशुओं के लिए डाल्स हाउस खेल चिकित्सा उपलब्ध कराता है । यहाँ एडजस्टमेंट ट्रेनिंग, रीक्रियेशन उपलब्ध कराता है । शिशुओं में चिकित्सा में सहयोग हेतु मोटिवेशन पैदा करता है । उनकी मानसिक एवं शारीरिक स्थिति तथा क्षमता विकास में मदद करता है ।