यह संस्थान भारत सरकार के सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के विकलांगता विभाग के अधीन एक स्वयंशासी संस्थान है । संस्थान मुख्यतः भिन्नक्षम आवादी को देश की मुख्य धारा से जोड़ने हेतु प्रमुख सेवायें उपलब्ध कराता है । संस्थान में भौतिक औषध एवं पुनर्वास सेवायें उपलब्ध करा कर भिन्नक्षमों की जनशक्ति विकास कर सेवा की जाती है । मूल प्रारुप डिजाइन कर पुनर्वास संबंधी सहायक यंत्र एवं उपकरण निर्माण किये जाते हैं । चलन संबंधी भिन्नक्षमता के क्षेत्र में सेवा प्रदान कार्यक्रम, मॅडेल बनाने, व्यवसायिक प्रशिक्षण, मनोवैज्ञानिक परामर्श, दूर देहात तक बायोमेडिकल इंजीनियरिंग में अनुसंधान कार्य करता रहा है । इससे आर्थोपेडिकली भिन्नक्षम लोगों की चलन संबंधी सहायक यंत्र एवं उपकरण की प्रभावी ढंग से मूल्यांकन संभव है अथवा उचित शल्यक्रिया या मेडिकल प्रणाली संभव हुई । नये सहायक उपकरणों का विकास हो पाया ।
वृहत्तर दिशानिर्देश का फ्रेमवर्क, नियमों, विनियमों, विधायी अधिदेश भी निर्धारित तरीके से वेहतर सेवा उपलब्ध कराने हेतु प्रस्तुत किया गया ।
संस्थान का मूल लक्ष्य भिन्नक्षम व्यक्तियों के लिए उप क्षेत्रों और गतिविधियों पर प्रकाश डालना है । निरंतर गुणवत्ता पूर्ण कार्य निष्पादन एवं स्थायी सुख -सुविधा के लिए है ।