संस्थान अक्षमता के प्रभाव न्यूनतम करने हेतु निरंतर नई सामग्री, तकनीक लागू करने, डिजाइन करने एवं उचित संयंत्र तथा उपकरण विकसित करने में प्रयासी रहा है ।
संपन्न अनुसंधान परियोजनाएँ :
1. लकवाग्रस्त शिशुओं के लिए बुहुउद्देश्यीय आर्थोसिस
(नेशनल टेक्नालाजी पुरस्कार प्रदान 1993-94)
2. प्रोस्थेटिक एवं अर्थोटिक उपकरणों हेतु सिंथेटिक सामग्री का उपयोग
3. ग्रामीण पाराप्लेजिक्स के लिए सस्ते टायलेट अटेचमेंट फार व्हील चेयर
4. सी पी बधों (पांच से बारह वर्ष) के लिए ट्राइसाइकल -सह -स्टेंडिंग फ्रेम
5. पराप्लेजिक्स के लिए लॉरी रोटेटरी अटेचमेंट
माडूलर बिलोनी प्रोस्थेसिस(एस एंड टी मिशन मोड प्रोजेक्ट) पश्चिमी देशों में प्रचलित आधुनिकतम टेक्नालाजी के समतुल्य ऐडोस्केटन सिद्धांत के आधार पर प्रोस्थेसिस का निर्माण किया है । मोडूलर बिलोनी प्रोस्थेसिस इन एंपुटी के लिए उपयोगी है जिनका पी ज्वायंट के नीचे का अंग गंवा चुके हैं । इस प्रोस्थेसिस में पोलीप्रोपिलिन थर्मोप्लास्टिक साकेट एवं ईथाफ्लेक्स साफ्ट फोम कास्मेटिक कवर होता है । इसकी मुख्य विशेषताएँ हैं :
1. यह हल्का, सस्ता एवं बेहतर कास्मेटिक सुदृश्य है ।
2. इसमें अंतः निर्मित अलाइनमेंट कपलिंग है जो अलाइनमेंट एडजस्टमेंट उपलब्ध करा सके ।
3. मजबूत, टिकाऊ, आरामदायी एवं सहज उपयोगी है ।
4. नियमित प्रयोग हेतु प्रोस्थेसिस कंपोनेट का निर्माण एलिमको करता है ।
माडूलर ए के प्रोस्थेसिस :
इसका डिजाइन एवं विकास एसवी निरतार में किया गया है, भारत सरकार के एस एवं टी मिशन मोड मोजेक्ट के अंतर्गत । इस प्रोस्थेसिस में चार बार लिंकेज नी ज्वायंट हैं, बिल्टइन अलानमेंट कपलिंग है । अलमूनियम पाइलन ट्यूब एवं एंकल अडाप्टर है । इसका क्रासलिंक पालिथिलिन फार्म (इथाफ्लेक्स) कास्मेटिक कवर है । यह प्रोस्थेसिस फील्ड ट्रायल एवं मूल्यांकन में है ।
विशेष सहायक क्रच का विकास :
यह अनुसंधान परियोजना एस एंड टी मिशन मोड, सामाजिक न्याय एवं सशस्त्रीकर मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा वित्तपोषित है । इसका लक्ष्य है सपोर्ट वाली दो टिप सह ऐसी क्रच का विकास करना जो रेसिप्रोकल इंक्लिनेशन एडजस्टमेंट टेक एवं पिनियन प्रणाली से कर सके । प्रोटोटाइप का डिजाइन बना चुका । अनुसंधान परियोजना प्रगति पर है ।